वक़्त


तू यूं मायूस ना हो,
तेरा भी वक्त आएगा।
यह मायूसी भरा वक्त भी,
यूं ही गुजर जाएगा।
मत कोस इस वक्त को इतना भी...
यह वक्त ही तो है,
जिसने असली चेहरे दिखाएं तुझको।
उसी ने दिखाया तुझको,
कौन-कौन क्या-क्या हो सकता है,
और कौन कब कब काम आता है। 
यह वक्त तो तेरा दोस्त है।
दोस्त की तरह सिखाता है,
दोस्त की तरह चेहरे से पर्दा हटाता है ,
दोस्त की तरह कुछ अच्छी यादें छोड़ जाता है।
यह वक्त बहुत कुछ दे जाता है....

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